Fasal Vividhikaran Yojana Apply Online | फसल विविधीकरण योजना की सभी जानकारी, ऑनलाइन आवेदन | Haryana Fasal Vividhikaran Yojana | हरियाणा फसल विविधीकरण योजना के उद्देश्य, लाभ तथा पात्रता | Fasal Vividhikaran Yojana Application Form |
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने वर्ष 2020 में फसल विविधीकरण योजना की शुरुआत की थी, इस योजना का आरंभ किसानों को अनेकों प्रकार की फसलें उगाने तथा उनकी आय में वृद्धि करने और जल स्तर को भी निर्धारित रखने के लिए किया। सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए यह योजना आरंभ की।
इस लेख में हम आपको Fasal Vividhikaran Yojana के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तारपूर्वक बताएंगे, जैसे- इस योजना में ऑनलाइन आवेदन और पंजीकरण कैसे करें? इसके लाभ पात्रता और आवश्यक दस्तावेज की जानकारी भी दी जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
Fasal Vividhikaran Yojana
वर्ष 2020 में फसल विविधीकरण योजना की शुरुआत सरकार ने किसानों के लिए कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए की थी।इस योजना के माध्यम से सरकार ने किसानों को धान की खेती छोड़कर दलहन जैसे- उड़द मूंग अरहर आदि की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि धान की खेती में जल की अधिक मात्रा का प्रयोग होता है जिससे भूजल का स्तर बिगड़ रहा था।
धान की फसलों को छोड़कर विविध प्रकार की फसलों को उगाने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। Fasal Vividhikaran Yojana के अंतर्गत कम पानी और कम लागत वाली फसलों को उगाना होगा। इस प्रकार भूजल के स्तर को निर्धारित रखा जा सकता है, जिससे आने वाले समय में समस्याओं का सामना ना करना पड़े। हरियाणा सरकार ने इसके ऑनलाइन आवेदन के लिए 31 अगस्त तक का समय रखा है।

फसल विविधीकरण के मुख्य तथ्य
फसल विविधीकरण के मुख्य तथ्य निम्नलिखित हैं:-
योजना का नाम | हरियाणा फसल विविधीकरण योजना |
कब आरंभ हुई | सन 2020 में |
किसके द्वारा आरंभ हुई | मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा |
राज्य | हरियाणा |
उद्देश्य | भूजल स्तर को बनाए रखना तथा कम लागत वाली विविध प्रकार की फसलों के लिए प्रोत्साहन |
लाभ | किसानों की आय में वृद्धि होगी तथा भूजल का स्तर सामान्य बना रहेगा। |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
इसके लिए लागू हुई | धान की खेती करने वाले किसानों के लिए |
श्रेणी | राज्य सरकार योजनाएं |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन आवेदन |
आधिकारिक वेबसाइट | agriharyana.gov.in |
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना के उद्देश्य
राज्य सरकार का फसल विविधीकरण योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को धान की खेती से रोककर अन्य प्रकार की वैकल्पिक फसलों के लिए प्रोत्साहित करना एवं हरियाणा के दिन-प्रतिदिन गिरते हुए भूजल के स्तर को नियंत्रित करना है। जिससे आने वाले समय में किसानों को जल से संबंधित समस्याओं का सामना ना करना पड़े।
धान की खेती करने के लिए पानी की बहुत अधिक मात्रा का प्रयोग होता है। 1 किलो चावल उगाने के लिए लगभग 300 लीटर पानी की जरूरत होती है पानी की यह मात्रा बहुत अधिक है, इसी कारण Haryana Crop Diversification Scheme के तहत विविध प्रकार की फसलों जैसे- मक्का, दलहन, कपास, अरंडी, फल एवं सब्जियां आदि कम पानी और कम लागत वाली फसलों को बढ़ावा मिल रहा है।
कितने एकड़ भूमि पर फसल विविधीकरण होगा?
सरकार द्वारा वर्ष 2020 में फैसला किया गया था कि प्रदेश में लगभग 1 लाख एकड़ भूमि पर धान की खेती की जगह अन्य प्रकार की वैकल्पिक फसलों की खेती की जाएगी, परंतु वर्ष 2021 में हरियाणा सरकार ने फसल विविधीकरण योजना के अंतर्गत प्रदेश में लगभग 2 लाख एकड़ भूमि पर अनेक प्रकार की फसलों की खेती की जाएगी, जिससे किसानों को अत्यधिक लाभ होगा।
किसानों को दी जाने वाली राशि
कृषि विभाग के डायरेक्टर डॉ वजीर सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत चलाई जा रही फसल विविधीकरण योजना का फायदा किसान उठा सकते हैं, किसान अधिक लागत वाली धान की खेती की जगह कम लागत वाली फसल मक्का को उगाने पर हरियाणा सरकार की ओर से 2400 रुपए प्रति एकड़ की राशि प्रदान की जाएगी, जबकि दलहन जैसे- मूंग उड़द अरहर आदि फसलों को उगाने पर 3600 रुपए प्रति एकड़ की राशि प्रदान की जाएगी।
इसके अलावा यदि कोई किसान अपने खेत में हर साल कृषि उगाता है और वह किसी कारण इस साल किसी कारण कृषि नहीं उगाई तब भी वह पंजीकृत करवा कर 7000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर सकता है। किसानों को धान की खेती छोड़ने पर 7000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, तथा अन्य फसलों की खेती पर अनुदान प्रदान किया जाएगा।
Benefits Of Crop Diversification Scheme
इस योजना के लाभ निम्नलिखित है:-
- राज्य में दिन-प्रतिदिन जल संबंधित समस्याएं बढ़ रही है Crop Diversification Scheme के द्वारा इन समस्याओं पर रोक लग सकती है।
- हरियाणा सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि मिलने पर किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- जल का नियंत्रण बना रहेगा तथा आने वाले समय में जल के संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- विविध प्रकार की फसलों जैसे- मूंग, उड़द, अरहर की मात्रा में वृद्धि होगी।
- फसल विविधीकरण योजना के अंतर्गत मक्का, दहन, कपास, अरंडी, मूंगफली, फल और सब्जियों आदि फसलों की खेती करने पर 7000 रुपए प्रति एकड़ धन राशि किसानों को प्रदान की जाएगी।
- मक्का की खेती करने पर 2400 रुपए प्रति एकड़ तथा दलहन की खेती करने पर 3600 रुपए प्रति एकड़ की राशि किसानों को प्रदान की जाएगी।
- यह अनुदान राशि केवल 5 एकड़ भूमि तक ही प्रदान की जाएगी।
हरियाणा फसल विविधीकरण योजना की विशेषताएं
इस योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-
- राज्य सरकार द्वारा फसल विविधीकरण योजना का सन 2020 को आरंभ किया गया।
- इस योजना का आरंभ मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा किया गया।
- विभाग के अलावा और कंपनियां भी इस योजना में मदद के लिए शामिल होंगी।
- राज्य में विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती के कारण भूमि की उर्वरता शक्ति में वृद्धि होगी।
- Fasal Vividhikaran Scheme के तहत किसानों की आय में वृद्धि होगी तथा जल का स्तर भी सामान्य रहेगा।
- गेहूं तथा धान की खेती के बदले अन्य प्रकार की वैकल्पिक फसलों को उगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- आने वाले समय में जल की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा जल का स्तर सामान्य रहेगा।
आवेदन के लिए पात्रता
आवेदन करने के लिए निम्नलिखित पात्रता का होना अनिवार्य है:-
- आवेदक हरियाणा राज्य का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक का बैंक में खाता होना अनिवार्य है।
- बैंक का खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
- किसान को पिछले वर्ष की खेती की सामग्री से ही 50% भाग से ही अनेक प्रकार की फसलों की बुवाई करनी होगी।
आवेदक के लिए जरूरी दस्तावेज
जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उनके लिए जरूरी दस्तावेज निम्नलिखित है:-
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- भूमि के दस्तावेज जो कृषि योग्य हो
ऑनलाइन आवेदन / पंजीकरण करने की प्रक्रिया
इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन / पंजीकरण करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:-
- सबसे पहले आवेदक को कृषि विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने होम पेज आ जाएगा।

- इस पेज पर आपको ‘ फसल विविधीकरण के लिए पंजीकरण करें’ पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आएगा ।
- इस फोन में आधार नंबर और अन्य जानकारी देनी होगी और इसके अगले भाग में आवेदक को अपनी संपूर्ण जानकारी देनी होगी।
- अब आवेदक को भूमि से संबंधित और फिर से संबंधित जानकारी देनी होगी।
- अब Submit के बटन पर क्लिक करना है।
- आपका आवेदन/ पंजीकरण संपूर्ण हो चुका है।