National Poshan Mission | राष्ट्रीय पोषण अभियान का लक्ष्य | राष्ट्रीय पोषण मिशन की सभी जानकारी, उद्देश्य, लाभ, मुख्य बिंदु तथा विशेषताएं | Benefits of Rashtriya Poshan Mission | राष्ट्रीय पोषण माह 1 से 30 सितंबर | Rashtriya Poshan Mission all details |
भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पोषण अभियान या राष्ट्रीय पोषण मिशन के अंतर्गत 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों तथा स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण स्तर में सुधार लाया जाएगा | देश के अंदर कुपोषण की दर को घटाकर अच्छी सेहत पर ध्यान केंद्रित करने हेतु सरकारी सेवाओं को लागू किया जाएगा |
हम आपको इस अभियान के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे | इसके लिए आवेदन किस प्रकार करें ? इसके लाभ, विशेषताएं, पात्रता तथा उद्देश्य क्या है? इसके मुख्य बिंदु तथा जरूरी दस्तावेजों की जानकारी आदि | यदि आप भी Rashtriya Poshan Mission का हिस्सा बनना चाहते हैं तो इसके लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें |
National Poshan Mission
हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 8 मार्च 2018 को समग्र पोषण अभियान के लिए प्रधानमंत्री की व्यापक योजना आरंभ की थी | इस योजना को राष्ट्रीय पोषण मिशन के नाम से जाना जाता है | इसके अंतर्गत नवजात शिशुओं से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों तथा स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण स्तर में सुधार लाया जाएगा |
इसके अंतर्गत “महिला और स्वास्थ्य” तथा “बच्चे और शिक्षा” पर कार्य किया जाएगा | National Poshan Mission आदिवासी क्षेत्रों की महिलाओं तथा बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता है | इसके अलावा महिलाओं को पारंपरिक खाद्य पदार्थ तथा वर्षा का जल स्टोर करने के बारे में जागरूक किया जाएगा |

राष्ट्रीय पोषण अभियान के मुख्य बिंदु
राष्ट्रीय पोषण अभियान के कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:-
मिशन का नाम | राष्ट्रीय पोषण मिशन / अभियान |
दूसरा नाम | राष्ट्रीय पोषण माह |
आरंभ की गई | 3 मार्च 2018 |
कार्यक्रम शुरू किया गया | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
कब शुरू हुआ | अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस |
मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
संबंधित अभियान | पोषण अभियान |
कार्यक्रम संचालित अवधि | 1 सितंबर से 30 सितंबर तक |
पोषण माह | पांचवा ( 5th )[ 2022 में ] |
वर्ष | 2023 |
उद्देश्य | पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु खाद्य सामग्री के प्रति जागरूक करना |
लाभ | कुपोषण जैसे रोगों में कमी तथा अच्छे स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा |
लाभार्थी | 6 वर्ष तक के बच्चे, गर्भवती महिला, किशोरी और स्तनपान कराने वाली महिलाएं |
के अंतर्गत कार्य किया जाएगा | “महिला एवं स्वास्थ” तथा “बच्चे एवं शिक्षा” |
योग्यता | भारत देश के निवासी |
राज्य | सभी राज्य |
पोषण मिशन के उद्देश्य
सरकार द्वारा संचालित Rashtriya Poshan Abhiyan एक ऐसा कार्यक्रम है जो बच्चों, किशोरों और गर्भवती तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पोषण में सुधार हेतु कार्य करता है | इसके अंतर्गत सभी मंत्रालयों के बीच एक साथ समन्वित तरीके से कार्य किया जाएगा ताकि देश में जल्द से जल्द पोषण का स्तर उच्च हो सके |
राष्ट्रीय पोषण मिशन का उद्देश्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए पोषण को नागरिकों तक पहुंचाना तथा उच्च स्तर के पोषण महत्वता देने हेतु लोगों को जागरूक करना है | जिससे कुपोषण में कमी आएगी तथा देश के अधिक से अधिक नागरिक रोगों से मुक्त और स्वस्थ होंगे | इस प्रकार एक स्वस्थ भारत की कल्पना की जा सकती है |
राष्ट्रीय पोषण अभियान के लक्ष्य
National Poshan Mission कार्यक्रम के अंतर्गत कम वजन वाले नवजात शिशु तथा 0-6 वर्ष तक के बच्चों में लंबाई का न बढ़ना, भूख ना लगना तथा एनीमिया की दर को 2-3% घटाया जाएगा | गर्भवती तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं और किशोरियों में एनीमिया की दर को प्रतिवर्ष 2-3% घटाया जाएगा | इस प्रकार हम एक स्वस्थ भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे |
पांचवा राष्ट्रीय पोषण माह 1 से 30 सितंबर
सन 2022 में पांचवा राष्ट्रीय पोषण माह है जो 1 से 30 सितंबर तक चलेगा | इस कार्यक्रम में राज्य स्तर पर सरकार द्वारा पारंपरिक व्यंजनों की ‘अम्मा की रसोई’ भी संचालित की जाएगी | आंगनवाड़ी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए खिलौनों को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय स्तर की खिलौना निर्माण कार्यशाला भी संचालित की जाएगी |
- आंगनवाड़ी महिलाओं को वर्षा का जल एकत्रित करने का निर्णय दिया जाएगा |
- शिविरों द्वारा बच्चों के पोषण पर अत्यधिक ध्यान देने हेतु जागृत किया जाएगा |
- पंचायत स्तर तक जागरूकता संचालित करने हेतु संबंधित जिला पंचायती राज्य अधिकारियों, सीडीपीओ तथा स्थानीय अधिकारियों द्वारा सहायता की जाएगी |
राष्ट्रीय पोषण माह के लाभ
राष्ट्रीय पोषण मिशन के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित प्रकार है:-
- Poshan Mission के अंतर्गत नवजात शिशुओं से लेकर 6 साल तक के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली महिलाएं तथा किशोरियों को खाद्य सामग्री संबंधित सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा |
- देश के बच्चे आने वाले कल का भविष्य है इसलिए बच्चों के खाद्य सामग्री पर ध्यान केंद्रित करना अति आवश्यक तथा लाभकारी है |
- यदि बच्चे कुपोषण का शिकार होंगे तो आने वाले समय में देश के विकास तथा उसकी तरक्की में हिस्सा नहीं ले पाएंगे |
- इसके अंतर्गत बच्चों में कुपोषण, एनीमिया, लंबाई का न बढ़ना तथा जन्म के समय वजन में कमी को लेकर नागरिकों को जागरूक करने हेतु अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं |
- केंद्र सरकार के दूसरे मंत्रालय भी पोषण मिशन के लिए आपस में एक दूसरे के साथ सहयोग कर रहे हैं |
- इस योजना के अंतर्गत पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की ‘अम्मा की रसोई’ भी संचालित की जा रही है |
- एक समग्र दृष्टिकोण के साथ भारत देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों तथा जिलों में चरणबद्ध तरीके से राष्ट्रीय पोषण अभियान को कार्यक्रम को चलाया जाएगा |
पोषण अभियान की विशेषताएं
पोषण अभियान की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शिक्षक दिवस के मौके पर National Poshan Mission आरंभ किया गया |
- यह मिशन 3 मार्च सन 2018 को लागू किया गया था तभी से यह प्रति वर्ष इस अभियान के अंतर्गत सितंबर माह में खाद्य सामग्री हेतु सुविधा प्रदान कर पोषण संबंधित कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है |
- सन 2022 में इस साल यह मिशन 1सितंबर से 31 सितंबर तक कार्यरत रहेगा |
- अनेक सहयोगी मंत्रालयों तथा संगठनों के साथ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पूरे देश के अनेकों समुदायों का समर्थन हासिल कर चुका है |
- इस मिशन के अंतर्गत मंत्रालयों की भागीदारी से कुपोषण का खात्मा करने हेतु सभी आम नागरिक भी इस कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं |
- इस माह राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत लगभग 100 रेडियो केंद्रों की भागीदारी भी शामिल है |
- इस प्रकार देश के अधिक से अधिक बच्चे तथा महिलाएं स्वस्थ होंगी तथा एक स्वस्थ भारत का निर्माण होगा |