|HP| मुख्‍यमंत्री शोध प्रोत्‍साहन योजना 2024: ऑनलाइन आवेदन, लाभ व पात्रता

Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana Apply Online | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना ऑनलाइन आवेदन | Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana Online Registration | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना की संपूर्ण जानकारी आवेदन फॉर्म, लाभ, विशेषताएं तथा पात्रता |

कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर 5 सितंबर सन 2022 को मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना आरंभ की गई | हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने शोधार्थी युवाओं के लिए इस योजना को लागू किया | इसके अंतर्गत शोधकर्ता ऐसे युवाओं को प्रतिमाह ₹3000 का अनुदान प्रदान किया जाएगा जिन्हें किसी भी प्रकार की फेलोशिप नहीं मिलती | जिससे छात्र शोध करते समय परेशानियों से बचे रहेंगे |

इस आर्टिकल के माध्यम से आपको संपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी | इसके लिए ऑनलाइन आवेदन पंजीकरण कैसे करें? इसके लाभ, पात्रता तथा मुख्य बिंदु क्या है? इसकी विशेषताएं तथा उद्देश्य आदि की जानकारी | यदि आप एक शोधार्थी (Research Scholar) है और आप Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana से लाभ लेना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें |

|HP| मुख्‍यमंत्री शोध प्रोत्‍साहन योजना 2022: ऑनलाइन आवेदन, लाभ व पात्रता

Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने शोध करने वाले छात्रों के लिए शोध प्रोत्साहन योजना लागू की | शोधार्थियों को पंजीकरण करने के अगले 3 वर्षों तक प्रतिमाह ₹3000 (₹36000 प्रतिवर्ष) की सहायता राशि प्रदान की जाएगी | जिससे छात्र शोध करते समय आने वाली परेशानियों से बचे रहेंगे छात्र राज्य में अनेक स्थानों पर जाकर शोध(Research) कार्य कर सकेंगे |

सरकार द्वारा 1200 से अधिक छात्रों को फेलोशिप प्रदान की जाएगी | इसके अंतर्गत होने वाले खर्चे को भी सरकार खुद उठाएगी | Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana द्वारा छात्रों को शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा | इससे छात्रों को राज्य के अन्य क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण रिसर्च करने में सहायता मिलेगी | इससे शिक्षा स्तर उच्च तथा देश का विकास होगा |

|HP| मुख्‍यमंत्री शोध प्रोत्‍साहन योजना 2023: ऑनलाइन आवेदन, लाभ व पात्रता

शोध प्रोत्साहन योजना के मुख्य तथ्य

शोध प्रोत्साहन योजना के कुछ मुख्य तथ्य निम्नलिखित प्रकार है:-

योजना का नाममुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना
इसके द्वारा आरंभ की गईमुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी द्वारा
घोषित की गई थी2022-23 बजट घोषणा के दौरान
कब आरंभ हुईकैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद
आरंभ तिथि5 सितंबर सन 2022
उद्देश्यछात्र गुणवत्तापूर्ण अनेक क्षेत्रों में शोध कार्य पर सकेंगे
राज्यहिमाचल प्रदेश
लाभार्थी हिमाचल प्रदेश के रिसर्च करने वाले छात्र
लाभशोध करने वाले छात्रों को फेलोशिप मिलेगी
शोधार्थियों को मिलने वाली राशि₹3000 प्रति माह( ₹36000 प्रति वर्ष) 
राशि मिलने की अवधिपंजीकृत करने के 3 साल बाद तक प्रतिमाह राशि मिलेगी
फेलोशिप प्रदान की जाएगी1200 से अधिक शोधार्थियों को
योग्यताशोधार्थी (Research Scholar) 
श्रेणीहिमाचल प्रदेश राज्य सरकारी योजनाएं
आवेदन का प्रकारऑनलाइन व ऑफलाइन
आधिकारिक वेबसाइटअभी लॉन्च नहीं हुई 

(HP) मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के उद्देश्य

5 सितंबर सन 2020 को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी द्वारा मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना को शोधार्थियों के लिए लागू किया गया | इसके तहत शोधार्थियों को रजिस्ट्रेशन करने के पश्चात 3 सालों तक प्रतिमाह ₹3000 ( ₹36000 प्रतिवर्ष) की फेलोशिप दी जाएगी | आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी शोध कार्य कर सकेंगे | इससे शोधार्थी के मन में नए नवाचार उत्पन्न होंगे |

स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी होने पर किसी विषय पर रिसर्च करने वाले छात्रों को फेलोशिप दी जाती है | Shodh Protsahan Yojana छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान होती है तथा उन्हें शोध करने में मदद मिलती है | छात्र शोध के दौरान आने वाली समस्याओं से बचे रहते हैं | फैलोशिप के कारण छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में रिसर्च करने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है | 

मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना: शीर्ष 10 उद्देश्य

मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारतीय वैज्ञानिकों को अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के तहत, मुख्यमंत्री के द्वारा निर्धारित किए गए कई उद्देश्य हैं जो भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस लेख में, हम आपको मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के शीर्ष 10 उद्देश्यों के बारे में बताएंगे।

  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना का प्रमुख उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। यह योजना भारतीय वैज्ञानिकों को उनके अनुसंधान कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है और उन्हें उच्च स्तरीय अनुसंधान करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
  • यह योजना वैज्ञानिकों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, विभिन्न विषयों में अध्ययन करने वाले छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे अपनी शिक्षा में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकें।
  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के तहत, वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए आवश्यक संसाधनों की प्रदान की जाती है। इससे वैज्ञानिकों को उच्च स्तरीय अनुसंधान करने के लिए आवश्यक उपकरण, प्रयोगशाला सुविधाएं, और अन्य संसाधनों का उपयोग करने का मौका मिलता है।
  • यह योजना वैज्ञानिक अनुसंधान में युवा प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, युवा वैज्ञानिकों को उच्च स्तरीय अनुसंधान करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है और उन्हें अधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त करने का मौका मिलता है।
  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना वैज्ञानिक संस्थानों के विकास को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, सरकारी और गैर-सरकारी वैज्ञानिक संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे अपनी अध्ययन और अनुसंधान क्षमता को बढ़ा सकें।
  • यह योजना वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए व्यापारिक सहयोग प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, वैज्ञानिकों को उनके अनुसंधान कार्यों के लिए व्यापारिक सहयोग प्राप्त करने का मौका मिलता है जो उन्हें उनके अनुसंधान के लिए आवश्यक संसाधनों की प्राप्ति में मदद करता है।
  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, भारतीय वैज्ञानिकों को विदेशी वैज्ञानिकों के साथ सहयोग करने का मौका मिलता है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने अनुसंधान कार्यों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है।
  • यह योजना वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए नवाचार को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, वैज्ञानिकों को नवीनतम और आविष्कारिक विचारों को विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है और उन्हें इन नवाचारों को व्यापारिक रूप से लागू करने का मौका मिलता है।
  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए जनता की सहभागिता को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, वैज्ञानिकों को अपने अनुसंधान कार्यों को जनता के बीच ले जाने का मौका मिलता है और उन्हें जनता के द्वारा प्रदान की जाने वाली सहयोग को प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
  • यह योजना वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए नये प्रयोगशालाओं का निर्माण करने का उद्देश्य रखती है। इसके तहत, सरकार वैज्ञानिक संस्थानों के लिए नए प्रयोगशालाओं का निर्माण करती है ताकि वैज्ञानिकों को उच्च स्तरीय अनुसंधान करने के लिए आवश्यक सुविधाएं मिल सकें।

शोध प्रोत्साहन योजना की कुछ महत्वपूर्ण बातें

यदि आप हिमाचल प्रदेश के स्थाई निवासी और शोधार्थी हैं तथा आप “मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना” से लाभ लेना चाहते हैं तो आपके लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए:-

  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना की घोषणा पहले ही कर दी गई थी परंतु 5 सितंबर सन 2022 को मुख्यमंत्री जी द्वारा बजट भाषण के दौरान कैबिनेट मंत्री की बैठक में इसे मंजूरी मिल गई है |
  • इस योजना के तहत सरकार द्वारा सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी, उद्योन एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर सहित लगभग 1200 से अधिक शोधार्थियों को फेलोशिप प्रदान की जाएगी |
  • प्रत्येक शोधार्थी को पंजीकृत करने के अगले 3 सालों तक ₹3000 प्रति माह फेलोशिप प्रदान की जाएगी | इस ₹36000 प्रति वर्ष फैलोशिप एक शोधकर्ता को प्राप्त होगी |
  • इस प्रकार 3 वर्षों में सरकार द्वारा छात्रों को शोध करने हेतु 108,000 रुपयों की फेलोशिप प्रदान की जाएगी जिससे शोधार्थियों को अत्यधिक आर्थिक लाभ होगा |
  • Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana का लाभ लेने के लिए हिमाचल प्रदेश के लगभग 680 शोध करने वाले छात्रों की सूची राज्य सरकार को भेजी जा चुकी है जो इस के योग्य हैं | 

मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के लाभ

यदि आप “मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना” के लाभो के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा:-

  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना हिमाचल प्रदेश के शोध कार्य करने वाले छात्रों के लिए आरंभ की गई है | 
  • इस योजना के तहत सरकार द्वारा शोधार्थियों को अनुदान प्रदान किया जाएगा जिससे शोध करने वाले छात्रों को रिसर्च करने हेतु सहायता प्राप्त होगी |
  • सरकार द्वारा मिलने वाली फैलोशिप छात्र राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर रिसर्च कर सकेंगे, साथ ही शोध करते समय आने वाली समस्याओं से भी बचे हैं |
  • शोध करने वाले छात्रों को पंजीकृत करने के अगले 3 सालों तक राज्य सरकार द्वारा फैलोशिप / अनुदान प्रदान किया जाएगा |
  • इस योजना के अंतर्गत छात्रों को प्रतिमाह ₹3000 लगातार 3 साल तक जाएंगे | इस प्रकार ₹36000 प्रति वर्ष फेलोशिप शोधकर्ताओं को प्रदान की जाएगी | इस प्रकार सरकार द्वारा प्रत्येक लाभार्थी छात्र को ₹108000 की छात्रवृत्ति शोध करने हेतु प्रदान की जाएगी |
  • राज्य के 680 आवेदक शोधार्थियों की सूची राज्य सरकार तक पहुंच चुकी है परंतु अभी लगभग 1200 से भी अधिक छात्रों को यह सब्सिडी फेलोशिप के रूप में प्रदान की जाएगी |
  • आवेदक शोधार्थियों की सूची की सर्वप्रथम जांच की जाएगी तत्पश्चात ही शोध करने वाले छात्रों को फेलोशिप प्रदान की जाएगी |
  • Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana द्वारा छात्रों को शोध (रिसर्च) करने हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा |
  • यदि आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको इसके लिए आवेदन करना होगा तत्पश्चात ही आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं |
  • राज्य सरकार द्वारा अनुदान दिए जाने पर छात्र शोध (रिसर्च) कार्य करने के लिए प्रोत्साहित होंगे तथा शोध कार्य में छात्रों की रुचि बढ़ेगी | 

हिमाचल प्रदेश शोध प्रोत्साहन योजना की विशेषताएं

यदि आप “शोध प्रोत्साहन योजना” की विशेषताओं के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बिंदुओं का अध्ययन करना होगा:-

  • यह योजना 5 सितंबर सन 2022 को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी द्वारा लागू की गई |
  • मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना को 2022-2023 बजट भाषण के दौरान घोषित कर दिया गया था |
  • 5 सितंबर सन 2022 को इस योजना को कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर प्रदेश में लागू किया गया है |
  • सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी, प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर तथा उद्योन एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सहित लगभग 1200 से भी अधिक शोधार्थियों को फेलोशिप प्रदान की जाएगी |
  • इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा फेलोशिप दिए जाने से शोधार्थी प्रोत्साहित होंगे तथा नए-नए नवाचार उनके मन में उत्पन्न होंगे |
  • राज्य सरकार ने शोधार्थियों के लिए एक बहुत बड़ा कदम उठाया है | सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से शोध कार्यों में वृद्धि होगी |
  • इस योजना के तहत शोधकर्ता छात्रों का सारा खर्च हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा |
  • Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana शिक्षा क्षेत्र में अत्यधिक विकास होगा जिससे देश में शिक्षा का स्तर उच्च होगा |
  • इस योजना से शोधार्थी आत्मनिर्भर, सशक्त और उन्नत होंगे तथा भविष्य में उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे |
  • इसके द्वारा शोधकर्ता छात्रों को अनेक क्षेत्रों में जाकर गुणवत्तापूर्ण रिसर्च करने हेतु प्रोत्साहित किया जा सकता है | 

शोध प्रोत्साहन योजना हेतु पात्रता मानदंड

यदि आप “मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना” से लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित पात्रता रखी गई है:-

  • आवेदक हिमाचल प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए |
  • आवेदक छात्र होना चाहिए |
  • आवेदक द्वारा स्नातकोत्तर डिग्री मिली हुई होनी चाहिए |

आवश्यक दस्तावेज

यदि आप हिमाचल प्रदेश के निवासी और आप इस योजना से लाभान्वित होना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:-

  • निवास प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना हेतु आवेदन


यदि आप मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं और आप हिमाचल प्रदेश के स्थाई निवासी हैं तो आपको अभी थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि अभी Shodh Protsahan Yojana की आधिकारिक वेबसाइट लांच नहीं की गई है | जब इसकी आधिकारिक वेबसाइट की जाएगी तो इस आर्टिकल द्वारा आपको तुरंत सूचित कर दिया जाएगा | तत्पश्चात आप इस योजना का लाभ ले सकेंगे | इसके लिए हमारे आर्टिकल के साथ बने रहे |

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