झारखण्ड फसल राहत योजना 2024 ऑनलाइन आवेदन | JRFRY online form | फसल राहत योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फार्म | Jharkhand Crop Relief Scheme online registration | फसल राहत योजना लाभ तथा पात्रता | Fasal Rahat Yojana login & registration |
झारखंड सरकार द्वारा झारखण्ड फसल राहत योजना को लागू किया गया| इस योजना को किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले फसलो के नुकसान से राहत दिलाने हेतु आरंभ किया गया है| इसके माध्यम से किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जाएगी जिससे किसानों को आर्थिक सहायता प्राप्त होगी|
इस आर्टिकल में आपको Jharkhand Fasal Rahat Yojana संबंधित पूरी जानकारी दी जाएगी| यदि आप योजना का लाभ प्राप्त करने के इच्छुक हैं तो पूरा आर्टिकल ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा| इसके लाभ, विशेषताएं, उद्देश्य तथा पात्रता क्या क्या है? इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रक्रिया की जानकारी आदि|
Table of Contents
Jharkhand Crop Relief Scheme 2024
झारखंड की राज्य सरकार मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी द्वारा झारखंड फसल राहत योजना का आरंभ किया गया| यह योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बदले आरंभ की गई है| इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदा से होने वाले फसलों में नुकसान होने पर सरकार द्वारा सहायता राशि प्रदान की जाएगी जिसके लिए किसानों को प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा|
अचानक प्राकृतिक आपदाओं (आंधी, सूखा, ओला) के आने पर फसल नष्ट हो जाती है जिसके कारण किसानों को अत्यधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है| इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने हेतु सरकार द्वारा किसानों को Jharkhand Fasal Rahat Yojana के माध्यम से सहायता राशि प्रदान की जाएगी, जिससे किसानों को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा और उनका जीवन यापन अच्छा होगा|
फसल राहत योजना के कुछ मुख्य तथ्य
इस योजना के कुछ मुख्य तथ्य में निम्नलिखित प्रकार हैं जो सारणी में दिए गए हैं:-
योजना का नाम | झारखंड फसल राहत योजना |
आरंभ की गई | श्री हेमंत सोरेन जी द्वारा |
राज्य | झारखंड |
उद्देश्य | प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली क्षति की पूर्ति करना| |
लाभ | किसानों को नई फसलें उगाने में मदद मिली तथा आर्थिक सहायता प्राप्त होगी| |
लाभार्थी | केवल झारखंड राज्य के किसान |
विभाग | कृषि विभाग |
श्रेणी | राज्य सरकारी योजनाएं |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
ऑफिशियल वेबसाइट | jrfry.jharkhand.gov.in |
झारखंड फसल राहत योजना के उद्देश्य
प्राकृतिक आपदा आने पर यदि किसानों की फसलों का नुकसान होता है तो बीमा कंपनी द्वारा पंजीकृत सभी किसानों को नष्ट हो गई फसलों के कारण नुकसान होने पर सहायता राशि प्रदान की जाएगी| किसान फसल क्षति से चिंता मुक्त होकर कृषि कार्य कर सकेंगे| झारखंड फसल राहत योजना के माध्यम से सहायता राशि मिलने पर किसान अपनी जरूरतों को पूरा कर सकेंगे|
Jharkhand Fasal Rahat Yojana आरंभ करने से सरकार का मुख्य उद्देश्य सूखा, ओले पड़ने पर नुकसान से परेशान किसानों की मदद करना है| इससे किसान आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगे और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा| सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त होने पर किसानों की फसलों के नष्ट होने की भरपाई हो जाएगी तथा उनकी आय का संतुलन बना रहेगा|
किसानों का ऋण माफ
राज्य सरकार द्वारा झारखंड फसल राहत योजना को लांच करने के साथ-साथ किसानों का ऋण माफ करने का ऐलान किया गया था| किसानों को दिए गए ऋण को सरकार द्वारा माफ किया जाएगा| इसके लिए सरकार ने ₹2000 करोड़ का बजट आवंटित किया है| अब तक सरकार द्वारा 12 लाख लोन अकाउंट में से 6 लाख लोन अकाउंट का आधार सक्रिय हो चुका है|
योजना का कार्यान्वयन व बजट
झारखंड सरकार द्वारा किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है| Jharkhand Fasal Rahat Yojana के अंतर्गत लगभग 15000 किसानों का रजिस्ट्रेशन कराने का लक्ष्य रखा गया है| प्रज्ञा केंद्र के संचालक जयप्रकाश ठाकुर द्वारा कहा गया है कि यदि रजिस्ट्रेशन संबंधित कोई भी समस्या होती है तो मुख्यालय में उसकी जानकारी दी जानी चाहिए|
सहायता राशि
सरकार द्वारा सहायता राशि देने पर किसानों को नई फसलें उगाने के लिए मदद मिलेगी जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा| किसानों की फसलें 30%-50% तक नष्ट होती है तो सरकार द्वारा उन्हें ₹3000 प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाएगी| यदि किसानों की फसलों को 50% से ज्यादा क्षति पहुंचती है तब उन्हें ₹4000 प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान राशि दी जाएगी|
e-KYC है अति आवश्यक
जो किसान झारखंड फसल राहत योजना के माध्यम से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें अपनी ई-केवाईसी करानी अति आवश्यक है यदि ई-केवाईसी नहीं कराई तो किसान भाइयों को योजना का लाभ प्राप्त नहीं होगा| इसलिए सभी किसान जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करा ले| e-KYC कराने के पश्चात ही किसान भाई आवेदन कर सकते हैं |
ऑफलाइन ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया हो चुकी है आरंभ
सरकार द्वारा आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है जो किसान Fasal Rahat Yojana का लाभ प्राप्त करने के इच्छुक हैं, 1/फरवरी/2023 से योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं| इसके अतिरिक्त किसान अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र जाकर भी योजना के तहत आवेदन कर सकते है| आवेदन रबी फसल गेहूं, सरसों, चना, आलू आदि के लिए किए जाएंगे| आवेदन 15/मार्च/2023 तक होंगे|
आवेदन शुल्क
झारखंड फसल राहत योजना के लिए किसानों को सीएससी द्वारा आवेदन कराने पर केवल ₹10 के शुल्क का भुगतान करना होगा तथा यदि नए किसानों को आवेदन करना है तो उसके लिए ₹40 शुल्क का भुगतान करना होगा| आवेदन करने के पश्चात इच्छुक किसान योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे|
Benefits Of Jharkhand Fasal Rahat Yojana
इस योजना के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित है अध्ययन करें:-
- सरकार द्वारा झारखंड फसल राहत योजना केवल किसानों के लिए लागू की गई है| इसका लाभ केवल किसान ही प्राप्त कर सकते हैं|
- प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली फसल क्षति की क्षतिपूर्ति हेतु यह योजना आरंभ की गई है|
- इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदा से होने वाले फसलों में नुकसान होने पर सरकार द्वारा सहायता राशि प्रदान की जाएगी, जिसके लिए किसानों को प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा|
- सरकार द्वारा सहायता राशि देने पर किसानों को नई फसलें उगाने के लिए मदद मिलेगी जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा|
- किसानों की फसलें 30%-50% तक नष्ट होती है तो सरकार द्वारा उन्हें ₹3000 प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाएगी|
- यदि किसानों की फसलों को 50% से ज्यादा क्षति पहुंचती है तब उन्हें ₹4000 प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान राशि दी जाएगी|
- इस योजना के माध्यम से सरकार ने लगभग 15000 किसानों का रजिस्ट्रेशन कराने का लक्ष्य रखा गया है|
- Jharkhand Fasal Rahat Yojana आरंभ करने से सरकार का मुख्य उद्देश्य सूखा, ओले पड़ने पर नुकसान से परेशान किसानों की मदद करना है|
- इससे किसान आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगे और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा|
झारखंड फसल राहत योजना की विशेषताएं
इस योजना की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित प्रकार है:-
- झारखंड सरकार मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी द्वारा झारखंड फसल राहत योजना का आरंभ किया गया|
- यह योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बदले आरंभ की गई है|
- सरकार द्वारा सहायता राशि प्राप्त होने पर किसानों की फसलों के नष्ट होने की भरपाई हो जाएगी तथा उनकी आय का संतुलन बना रहेगा|
- झारखंड सरकार द्वारा किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है|
- प्रज्ञा केंद्र के संचालक जयप्रकाश ठाकुर द्वारा कहा गया है कि यदि रजिस्ट्रेशन संबंधित कोई भी समस्या होती है तो मुख्यालय में उसकी जानकारी दी जानी चाहिए|
- इस योजना द्वारा किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जाएगी जिससे किसानों को आर्थिक सहायता प्राप्त होगी|
- जो किसान झारखंड फसल राहत योजना के माध्यम से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें अपनी ई-केवाईसी करानी अति आवश्यक है यदि ई-केवाईसी नहीं कराई तो किसान भाइयों को योजना का लाभ प्राप्त नहीं होगा|
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों प्रकार से आवेदन किया जा सकता है|
आवेदन हेतु पात्रता
योजना के लिए आवेदन करने हेतु निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है:-
- आवेदक झारखंड राज्य के स्थाई निवासी हो|
- केवल किसान ही योजना का लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं|
- जो किसान किसी और बीमा योजना का हिस्सा है वे इस योजना के पात्र नहीं है|
जरूरी दस्तावेज
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ जरूरी
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- बैंक पासबुक
- खसरा नंबर
- आवेदक किसान का आईडी कार्ड
फसल राहत योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित प्रकार हैं:-
- सबसे पहले झारखंड फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने एक होम पेज खुल जाएगा|
- इस पेज पर आपको किसान पंजीकरण करें विकल्प पर क्लिक करना है अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा|
- इस पेज पर आपको हो पूछी गई जानकारी जैसे नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, कैप्चा कोड आदि दर्ज करके रजिस्टर के विकास पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपका आवेदन हो जाएगा|
लॉगिन करने की प्रक्रिया
योजना के लिए लॉगिन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित प्रकार है:-
- सबसे पहले आपको फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- इस पेज पर आपको किसान लॉगिन करें कि विकल्प पर क्लिक करना है इस प्रकार आपके सामने एक और नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इस पेज पर आपको पूछी गई संपूर्ण जानकारी दर्ज करनी होगी जैसे- आधार नंबर या मोबाइल नंबर|
- इसके बाद आपको फसल के मौसम का चयन करना होगा जैसे- खरीफ, रबी में से किसी एक का चयन करना है|
- अब आपको मोबाइल नंबर, कैप्चा कोड तथा पासवर्ड दर्ज करके लॉगइन के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आप सफलतापूर्वक लॉगइन कर सकते हैं|
प्रज्ञा केंद्र लॉगइन करने की प्रक्रिया
प्रज्ञा केंद्र लॉगिन करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाना पड़ेगा:-
- सबसे पहले आवेदक किसान को झारखंड फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होम पेज आ जाएगा|
- इस पेज पर आपको प्रज्ञा केंद्र लॉगिन करें विकल्प पर क्लिक करना है इस प्रकार आपके सामने एक और नया पेज खुल जाएगा|
- इस पेज पर आपको पूछी गई सभी जानकारी देनी होगी जैसे नाम, मोबाइल नंबर, कैप्चा कोड दर्ज करके Sign In के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आप प्रज्ञा केंद्र लॉगइन प्रक्रिया को संपूर्ण कर सकते हैं|
पावती डाउनलोड करने की प्रक्रिया
पावती डाउनलोड करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाना होगा:-
- सबसे पहले आप को फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है| इस प्रकार आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- अब आपको पावती डाउनलोड करें विकल्प पर क्लिक करना है इस प्रकार आपके सामने एक और नया पेज ओपन हो जाएगा|
- अब आपको रजिस्ट्रेशन नंबर, मोबाइल नंबर और आधार नंबर में से किसी एक का चयन करना है|
- यदि आपने मोबाइल नंबर का चयन किया है तो आपको मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा इसके बाद आपको सबमिट करें विकल्प पर क्लिक करना होगा|
- इस प्रकार आप पावती डाउनलोड कर सकते हैं|
शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
यदि आप शिकायत दर्ज करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाना चाहिए:-
- सबसे पहले आप को फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है| इस प्रकार आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- इस पेज पर आपको शिकायत दर्ज करें विकल्प पर क्लिक करना है क्लिक करके भी आपके सामने नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इस पेज पर आपको अपना वैलिड मोबाइल नंबर,कैप्चा कोड दर्ज करके Get OTP पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपके मोबाइल में ओटीपी आएगा अब आपको यह ओटीपी दर्ज करना है|
- अब आपको अपनी शिकायत दर्ज करके Complaint registered पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी|
झारखण्ड फसल राहत योजना: Top 10 FAQs
1. झारखण्ड फसल राहत योजना क्या है?
यह योजना झारखण्ड सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को मुआवजा प्रदान करना है।
2. योजना के तहत कौन पात्र है?
- झारखण्ड के स्थायी निवासी किसान
- प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित फसलों वाले किसान
- जिन किसानों का फसल नुकसान 33% से अधिक है
3. योजना के तहत लाभार्थियों को क्या मिलता है?
- फसल नुकसान के आधार पर मुआवजा
- प्रति हेक्टेयर अधिकतम 10,000 रुपये का मुआवजा
4. योजना का लाभ कैसे उठाएं?
- किसान योजना के लिए ऑनलाइन या अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन करते समय, किसानों को आवश्यक दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड, पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण, फसल क्षति का प्रमाण जमा करना होगा।
5. योजना के तहत मुआवजा कैसे दिया जाता है?
- मुआवजा किसानों के बैंक खाते में सीधे जमा किया जाता है।
6. योजना के क्या लाभ हैं?
- यह योजना प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
- यह योजना किसानों को अपनी फसलों के नुकसान से उबरने में मदद करती है।
7. योजना की कुछ चुनौतियां क्या हैं?
- योजना के बारे में जागरूकता की कमी।
- जटिल आवेदन प्रक्रिया।
- मुआवजा प्राप्त करने में देरी।
8. योजना के बारे में अधिक जानकारी कहां से प्राप्त करें?
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
- योजना के लिए आवेदन कैसे करें: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
- योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए संपर्क: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
9. योजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- योजना 2016 में शुरू की गई थी।
- योजना के तहत अब तक 10 लाख से अधिक किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है।
10. योजना का किसानों पर क्या प्रभाव पड़ा है?
- योजना ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की है।
- योजना ने किसानों को अपनी फसलों के नुकसान से उबरने में मदद की है।
झारखण्ड फसल राहत योजना प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है और उन्हें अपनी फसलों के नुकसान से उबरने में मदद करती है.
यहां कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:
- योजना के तहत कवर की गई प्राकृतिक आपदाएं: बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि, चक्रवात, भूकंप, और आग।
- योजना के तहत मुआवजा राशि फसल के प्रकार और नुकसान की डिग्री पर निर्भर करती है।
- किसानों को योजना के तहत मुआवजा प्राप्त करने के लिए अपनी फसलों का बीमा करवाना आवश्यक नहीं है।