मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2023 की सभी जानकारी, उद्देश्य, लाभ, पात्रता | मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रिंट करने की प्रक्रिया | Soil Health Card Scheme(SHC) log in & registration | सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Soil Health Card Scheme online form & benefits |
वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना को लागू किया गया| इस योजना के अंतर्गत मृदा में होने वाली पोषक तत्वों की कमी को उर्वरकों द्वारा पूरा किया जाएगा| मृदा की गुणवत्तानुसार किसानों को अच्छी फसल उगाने में सहायता प्रदान की जाएगी| भूमि की गुणवत्ता जानने के लिए किसानों को 3 साल में एक बार Soil Health Card दिया जाएगा|
इस लेख के अंतर्गत आपको मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2024 के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे| इस योजना के लाभ, विशेषताएं, उद्देश्य, मुख्य बिंदु क्या-क्या है? इस प्रकार आवेदन कर सकते हैं? यदि आप किसान हैं तो योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक पूर्वक पढ़ें|
Table of Contents
Soil Health Card Scheme 2024
सरकार द्वारा किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा| इस कार्ड द्वारा किसानों को उनके खेतों की गुणवत्ता का पता लगेगा, जिससे वह अपने खेतों में अनुकूल फसल उगा सकेंगे| 3 साल के लिए एक बार भूमि का परीक्षण किया जाएगा| सरकार द्वारा 3 साल के अंदर पूरे भारत देश में लगभग 14 करोड़ किसानों को Soil Health Card दिया जाएगा|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड द्वारा किसानों को मृदा की गुणवत्ता का पता लगेगा| इस प्रकार उर्वरकों का प्रयोग करके भूमि के अंदर पोषक तत्वों की कमी को भी दूर किया जाएगा| इस योजना द्वारा भूमि उपजाऊ बनेगी तथा साथ ही सरकार द्वारा किसानों को फसल उगाने में सहायता प्रदान होगी| किसान मिट्टी के अनुसार अच्छी फसल उगाकर अधिक धन प्राप्त कर सकेंगे|
सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के मुख्य तथ्य
योजना के कुछ मुख्य तथ्य निम्न प्रकार है:-
योजना का नाम | मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना |
आरंभ की गई | 19 फरवरी सन 2015 |
सर्वप्रथम कहां आरंभ हुई | राजस्थान के गंगानगर जिले में |
किसके द्वारा आरंभ हुई | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
आरंभ हुई | भारत के सभी राज्यों में |
उद्देश्य | किसानों को अनुकूल फसल उगाने हेतु मृदा की जानकारी प्रदान करना| |
लाभार्थी | देश के किसान |
लाभ | भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी| |
विभाग | कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजनाएं |
भूमि का परीक्षण | 3 साल में एक बार होगा| |
सरकार द्वारा किसानों को | मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा| |
आधिकारिक वेबसाइट | soilhealth.dac.gov.in |
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के उद्देश्य
मृदा हेल्थ कार्ड योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को भूमि की जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे अपने खेतों में अनुकूल फसल उगा सके| इसके अलावा मृदा के अंदर पोषक तत्वों की कमी होने पर उर्वरकों का इस्तेमाल करके मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाया जा सके| इस प्रकार फसलें उगाने से किसानों को अत्यधिक लाभ होगा तथा उनकी फसलें अच्छी होंगी|
इस योजना के अंतर्गत किसानों को 3 साल में एक बार मृदा की गुणवत्ता का परीक्षण करके Soil Health Card दिया जाएगा| इस प्रकार सरकार की मदद से किसान मृदा की गुणवत्ता के अनुसार अपने खेतों में कम लागत से ही अधिक फसलें उगा सकते हैं| इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी तथा मिट्टी का आधार एवं संतुलन बना रहेगा|
सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम का शुभारंभ
राजस्थान के गंगानगर जिले के सूरतगढ़ में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का शुभारंभ 19 फरवरी 2015 को किया गया| इस योजना के अंतर्गत देश के किसानों को Soil Health Card हर 3 साल बाद दिए जाते हैं| इस योजना द्वारा किसानों को उनके खेतों की मिट्टी के बारे में जानकारी प्रदान करना ही सरकार का मुख्य उद्देश्य है, जिससे वे अनुकूल फसलें उगा सकें|
प्रयोगशालाओं की स्थापना
इस योजना के तहत soil परीक्षण करने के लिए प्रयोगशाला की स्थापना करने हेतु 429 नई स्टैटिक लेब, 102 नई मोबाइल लेब, 8752 मिनी लेब,1562 ग्राम स्तरीय प्रयोगशालाओं की स्थापना तथा 800 पहले से मौजूद प्रयोगशालाओं के शुद्धीकरण को मंजूरी दी गई है| मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 40 वर्ष तक के युवा प्रयोगशाला की स्थापना तथा नमूना परीक्षण कर सकते हैं|
प्रयोगशाला की स्थापना करने में लगभग ₹5 लाख का खर्चा होता है| इसका 75% केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है| स्वयं सहायता समूह, कृषक सहकारी समिति तथा कृषक उत्पादक संगठनों के लिए भी यही प्रावधान किया गया है| Soil Health Card Scheme के अंतर्गत मृदा का परीक्षण प्रत्येक 3 वर्ष में किया जाता है|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण
सरकार द्वारा कृषि मंत्रालय ने प्रथम चरण में 2015-2017 तक 10.74 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए गए| दूसरे चरण में 2017-2019 तक 11.69 करोड़ तथा साल 2020 तक 13.53 मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए गए| जिसकी सहायता से रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग में 8-10% की कमी हुई तथा फसलों की उपज में 5-6% की वृद्धि हुई|
कार्ड पर खेतों से संबंधित जानकारी
कार्ड पर खेतों से संबंधित निम्नलिखित जानकारी प्रदान की जाएगी:-
- खेतों की उत्पादक क्षमता
- मृदा की सेहत
- पोषक तत्वों से संबंधित संपूर्ण जानकारी
- मृदा में नमी अर्थात पानी की मात्रा
- मृदा की गुणवत्ता सुधारने के लिए निर्देश आदि|
सॉइल हेल्थ कार्ड का कार्य
भूमि के बारे में समस्त जानकारी न होने के कारण किसान नाइट्रोजन का अधिक प्रयोग करते हैं, जिससे कृषि उत्पादों की गुणवत्ता को खतरा होता है तथा भूमिगत जल में नाइट्रेट की मात्रा बढ़ती है, इसलिए सॉइल हेल्थ कार्ड द्वारा भूमि की जानकारी प्राप्त करके उर्वरकों का उचित मात्रा में प्रयोग किया जा सकता है|
मृदा का परीक्षण
मृदा के परीक्षण से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं को पढ़ें:-
- मृदा का परीक्षण करने के लिए सबसे पहले अधिकारी आपके खेती की मिट्टी का सैंपल लेंगे|
- तत्पश्चात मिट्टी को परीक्षण करने के लिए लैबोरेट्री में भेजा जाएगा|
- प्रयोगशाला में विशेषज्ञ मिट्टी का परीक्षण करके मृदा की जानकारी प्राप्त करते हैं|
- जानकारी प्राप्त करने के बाद विशेषज्ञ मृदा के अन्य सैंपलों की सूची तैयार करते हैं जिसमें मृदा की ताकत और कमजोरी से संबंधित सभी विवरण होता है|
- सॉइल में जो भी कमी है उस कमी को पूरा करने हेतु निर्देशों की लिस्ट बनाई जाएगी|
- अब सभी लिस्ट को किसानों के नाम से ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा तथा किसानों के मोबाइल पर भी इसकी जानकारी प्रदान की जाएगी|
सोइल हेल्थ कार्ड योजना से संबंधित मुख्य बिंदु
योजना से संबंधित कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित प्रकार हैं:-
- किसान सोइल हेल्थ कार्ड को विभाग की वेबसाइट क्या अपने मोबाइल नंबर या फिर मेरी फसल मेरा ब्यौरा रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करके डाउनलोड कर सकते हैं|
- इसके माध्यम से हर खेत हर स्वास्थ्य पोर्टल भी लॉन्च किया गया है|
- इसके अतिरिक्त मृदा का सैंपल एकत्र करने तथा उसका विश्लेषण करने हेतु पुस्तक का विमोचन किया जाएगा|
- विभाग द्वारा सोइल के सैंपल का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा इसके बाद किसानों को मोबाइल पर s.m.s. प्राप्त होगा|
- इस प्रकार मिट्टी के नमूने परीक्षण के लिए किस प्रयोगशाला में भेजे गए उसका भी पता लगाया जा सकता है|
- पोर्टल के माध्यम से Soil के परीक्षण की रिपोर्ट भी प्राप्त कर सकते हैं|
Benefits Of Soil Health Card Scheme
योजना के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित प्रकार है:-
- सॉइल हेल्थ कार्ड योजना केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए आरंभ की गई|
- इस योजना द्वारा सरकार किसानों को मिट्टी के बारे में जानकारी प्रदान करके उन्हें अनुकूल फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी जिससे फसलें अच्छी होंगी|
- इस प्रकार कम लागत में अधिक फसलें उगाई जा सकती हैं| इससे कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी|
- मृदा के अंदर पोषक तत्वों की कमी होने पर उर्वरकों का इस्तेमाल करके मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाया जा सकता है|
- इस प्रकार फसलें उगाने से किसानों को अत्यधिक लाभ होगा तथा इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी |
- सरकार द्वारा किसानों को Soil Health Card प्रदान किया जाएगा, जिससे किसानों को मिट्टी से संबंधित सभी जानकारियों का ज्ञान होगा|
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को 3 साल में एक बार मृदा की गुणवत्ता का परीक्षण करके कार्ड दिया जाएगा|
- इससे भूमि अधिक उपजाऊ होगी तथा मिट्टी का आधार एवं संतुलन बना रहेगा|
- सरकार द्वारा 3 साल के अंदर पूरे भारत देश में लगभग 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की विशेषताएं
योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित प्रकार है:-
- राजस्थान के गंगानगर जिले के सूरतगढ़ में Soil Health Card Scheme का शुभारंभ 19 February 2015 को किया गया|
- सरकार द्वारा कृषि मंत्रालय ने प्रथम चरण में 2015-2017 तक 10.74 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए|
- दूसरे चरण में 2017-2019 तक 11.69 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए गए|
- इसकी सहायता से रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग में 8-10% की कमी हुई तथा फसलों की उपज में 5-6% की वृद्धि हुई|
- मृदा का परीक्षण करने के लिए प्रयोगशाला की स्थापना करने हेतु 429 नई स्टैटिक लेब, 102 नई मोबाइल लेब, 8752 मिनी लेब,1562 ग्राम स्तरीय प्रयोगशालाओं की स्थापना तथा 800 पहले से मौजूद प्रयोगशालाओं के शुद्धीकरण को मंजूरी दी गई है|
- किसान सोइल हेल्थ कार्ड को विभाग की वेबसाइट क्या अपने मोबाइल नंबर या फिर मेरी फसल मेरा ब्यौरा रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करके डाउनलोड कर सकते हैं|
- इसके माध्यम से हर खेत हर स्वास्थ्य पोर्टल भी लॉन्च किया गया है|
- इसके अतिरिक्त मृदा का सैंपल एकत्र करने तथा उसका विश्लेषण करने हेतु पुस्तक का विमोचन किया जाएगा|
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 40 वर्ष तक के युवा प्रयोगशाला की स्थापना तथा नमूना परीक्षण कर सकते हैं|
- प्रयोगशाला की स्थापना करने में लगभग ₹5 लाख का खर्चा होता है| इसका 75% केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है|
सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन करना होगा:-
- सबसे पहले आवेदक को मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है| अब आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको Login के ऑप्शन पर क्लिक करना है अब आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इसके बाद आपको continue को विकल्प पर क्लिक करना होगा अब आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा|
- अब आपके सामने लॉगइन फॉर्म ओपन हो जाएगा| इस पेज पर आपको Register New User के ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- क्लिक करते ही आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म ओपन हो जाएगा इस form में आपको सभी जानकारी दर्ज करके submit के विकल्प पर क्लिक करना है|
- रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको लॉगइन करना होगा| इसके लिए आपको होम पेज के लॉगइन ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- लॉगइन फॉर्म आपको यूजर नेम तथा पासवर्ड डालकर login करना है इस प्रकार आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रिंट करने की प्रक्रिया
कार्ड को प्रिंट करने की प्रक्रिया निम्नलिखित प्रकार है:-
- सबसे पहले आपको सोयल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक पर जाना है अब आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको Farmer Corner के सेक्शन में Print Soil Health Card के ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा अब आपको State का चयन करना है|
- सरकार आपके सामने एक फॉर्म ओपन हो जाएगा, इस फॉर्म में आपको जिला, गांव, किसान का नाम आदि जानकारी दर्ज करनी होगी|
- फॉर्म भरने के बाद आपको search पर क्लिक करना है इस प्रकार आप के सामने मृदा स्वास्थ्य कार्ड ओपन हो जाएगा और आप इसे प्रिंट कर सकते हैं|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड लोगिन करने की प्रक्रिया
लॉगिन करने की प्रक्रिया नीचे दी गई है:-
- सबसे पहले आपको सोयल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको Login के विकल्प क्लिक करना है अब आपके सामने नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इस पेज पर आपको यूजरनेम, पासवर्ड तथा कोड भरकर login के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आप login कर सकते हैं|
सैंपल ट्रैक करने की प्रक्रिया
सैंपल ट्रैक करने की प्रक्रिया निम्नलिखित प्रकार है:-
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आप सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको Track Your Sample विकल्प पर क्लिक करना है| इस प्रकार आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इस पेज पर आपको अपने राज्य, जिले, मंडल तथा गांव का चयन करके किसान का नाम, गांव ग्रिड नंबर तथा सैंपल नंबर दर्ज करना होगा|
- अब आपको search पर क्लिक करना है इस प्रकार आप का सैंपल स्टेटस कंप्यूटर स्क्रीन पर होगा|
सोइल टेस्टिंग लैबोरेट्री लोकेट करने की प्रक्रिया
लैबोरेट्री लॉकेट करने की प्रक्रिया नीचे दी गई है:-
- सबसे पहले आपको सॉइल हेल्थ पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा इस प्रकार आपके सामने होमपेज ओपन हो जाएगा|
- होम पेज पर आपको Farmers Corner के अंतर्गत सॉइल टेस्टिंग लैबोरेट्री के ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा जिसमें आपको अपने राज्य तथा जिले का चयन करना होगा|
- अब आपको View report या View Map पर क्लिक करना है इस प्रकार यदि आप View report पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने टेस्टिंग लैब की लिस्ट आ जाएगी|
- इसके अतिरिक्त यदि आप View Map पर क्लिक करते हैं तो आपके सामने Map ओपन हो जाएगा|
- इसमें आपको अपने नजदीक के सभी सॉइल टेस्टिंग लैबोरेट्री मिल जाएंगे|
सैंपल रजिस्ट्रेशन मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया नीचे दी गई है:-
- सबसे पहले आपको Soil Health Card Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है
- अब आपके सामने होमपेज ओपन हो जाएगा इस पेज पर आपको Download के अंतर्गत सैंपल रजिस्ट्रेशन मोबाइल ऐप विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार यह app आपके मोबाइल में डाउनलोड हो जाएगी, आप इसे इंस्टॉल कर सकते हैं|
टेस्ट रिजल्ट एंट्री मोबाइल डाउनलोड करने की प्रक्रिया
यह प्रक्रिया जानने के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन करना होगा:-
- सर्वप्रथम आपको मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है इस प्रकार आपके सामने होम पेज ओपन हो जाएगा|
- होम पेज पर आपको डाउनलोड ऑप्शन के अंतर्गत आपको टेस्ट रिजल्ट एंट्री मोबाइल ऐप के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपके फोन में ऐप डाउनलोड हो जाएगी अब आप इसे इंस्टॉल कर सकते हैं|
सीएससी लॉगइन करने की प्रक्रिया
इसकी प्रक्रिया नीचे दी गई है:-
- सबसे पहले आपको Soil Health Card Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होम पेज ओपन हो जाएगा|
- होम पेज पर आपको डिजिटल सेवा कनेक्ट के ऑप्शन पर क्लिक करना है|
- अब आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा इस पेज पर आपको यूजरनेम या ईमेल आईडी और पासवर्ड दर्ज करना है|
- अब आप को Sign in पर क्लिक करना है इस प्रकार आप सीएससी लॉगइन कर पाएंगे|
सोइल हेल्थ डैशबोर्ड देखने की प्रक्रिया
सोइल हेल्थ डैशबोर्ड देखने की प्रक्रिया जानने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं को अपनाएं:-
- सबसे पहले आपको मृदा स्वास्थ्य कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होम पेज ओपन हो जाएगा|
- इसके बाद आपको सोइल हेल्थ डैशबोर्ड के विकल्प पर क्लिक करना होगा|
- इस प्रकार आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा| इस पेज पर आपको अपने राज्य, जिला, मंडल तथा गांव का चयन करना है|
- इसके बाद आपको Search के विकल्प पर क्लिक करना है| इस प्रकार यह प्रक्रिया संपूर्ण हो जाएगी|
कंपोनेंट्स प्रोग्रेस देखने की प्रक्रिया
कंपोनेंट प्रोग्रेस देखने की प्रक्रिया जानने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं का पालन करना होगा:-
- सबसे पहले आपको सोयल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको कंप्लेंट प्रोग्रेस के विकल्प पर क्लिक करना है अब आपकी स्क्रीन पर निम्नलिखित ऑप्शन दिखाई देंगे:-
- SHM
- स्टेट वाइज
- SHC
- कम्युनिकेटिंव
- अब आपको अपनी इच्छा अनुसार विकल्प का चयन करना है इसके बाद आपको राज्य तथा फाइनेंशियल ईयर को चुनना होगा|
- इसके बाद आपको विकल्प पर क्लिक करना है इस प्रकार आप कंपोनेंट प्रोग्रेस देख सकते हैं|
पोर्टल एंट्री प्रोग्रेस देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको Soil Health Card Scheme की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होमपेज ओपन हो जाएगा|
- होम पेज पर आपको प्रोग्रेस ऑफ पोर्टल एंट्री के विकल्प पर क्लिक करना है|
- क्लिक करते ही एक न्यू पेज आपके सामने ओपन हो जाएगा| इस प्रकार आप पोर्टल एंट्री की प्रोग्रेस देख सकते हैं|
क्रॉप्स के लिए फ़र्टिलाइज़र डोसेज से संबंधित जानकारी देखने की प्रक्रिया
इसकी प्रक्रिया देखने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं का पालन करें:-
- सबसे पहले मृदा स्वास्थ्य कार्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने हमसे ओपन हो जाएगा|
- इसके बाद आपको फ़र्टिलाइज़र डोसेज फॉर क्रॉप्स के विकल्प पर क्लिक करना है| आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा|
- इस पेज पर आपको राज्य तथा जिले का चयन करके अवलेबल नाइट्रोजन, ऑर्गेनिक कार्बन, अवेलेबल फास्फोरस,अवलेबल पोटेशियम की जानकारी दर्ज करनी होगी|
- अब आपको continue के विकल्प पर क्लिक करना है| इस प्रकार क्राफ्ट के लिए फर्टिलाइजर डोसेज से संबंधित जानकारी आपकी स्क्रीन पर आ जाएगी|
पोर्टल एंट्री प्रोग्रेस देखने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं का पालन करना होगा:-
एडिशनल क्रॉप्स का सोयल हेल्थ कार्ड प्रिंट करने की प्रक्रिया
कार्ड प्रिंट करने की प्रक्रिया निम्नलिखित प्रकार है:-
- सबसे पहले आपको सोयल हेल्थ कार्ड के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है अब आपके सामने होमपेज ओपन हो जाएगा|
- होम पेज पर आपको प्रिंट सोयल हेल्थ कार्ड फॉर एडीशनल क्रॉप के विकल्प पर क्लिक करना है|
- इस प्रकार आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा| अब आपको राज्य का चयन करना होगा|
- इसके बाद आपको कंटिन्यू के विकल्प पर क्लिक करना है तथा पूछी गई सभी जानकारी दर्ज करनी होगी|
- राज्य, जिला, मंडल, गांव, ग्राम पंचायत, किसान का नाम, गांव ग्रिड नंबर, सैंपल नंबर आदि|
- फिर आपको search विकल्प पर क्लिक करना होगा| Soil Health Card आपकी स्क्रीन पर होगा|
- अब आपको डाउनलोड के विकल्प क्लिक करना है इस प्रकार Soil Health Card आपकी डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा|
- तत्पश्चात आप Soil Health Card का प्रिंट निकाल सकते हैं|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना: Top 10 FAQs
1. मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना क्या है?
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति का पता लगाने और उचित उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए सिफारिशें प्रदान करने में मदद करना है।
2. योजना के तहत कौन पात्र है?
- भारत के सभी किसान योजना के तहत पात्र हैं।
- किसानों को योजना के लिए पंजीकरण करना होगा।
3. योजना के तहत लाभार्थियों को क्या मिलता है?
- मिट्टी के नमूने का मुफ्त परीक्षण
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड
- उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए सिफारिशें
4. योजना का लाभ कैसे उठाएं?
- किसान योजना के लिए ऑनलाइन या अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में पंजीकरण कर सकते हैं।
- पंजीकरण के बाद, किसानों को अपनी मिट्टी के नमूने एकत्र करने और उन्हें निर्दिष्ट प्रयोगशाला में जमा करने के लिए कहा जाएगा।
- प्रयोगशाला मिट्टी के नमूने का परीक्षण करेगी और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करेगी।
5. मृदा स्वास्थ्य कार्ड में क्या जानकारी होती है?
- मिट्टी के पीएच मान
- मिट्टी में मौजूद प्रमुख पोषक तत्व (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम)
- मिट्टी में मौजूद सूक्ष्म पोषक तत्व (जस्ता, लोहा, और तांबा)
- मिट्टी की उर्वरता स्थिति
- उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए सिफारिशें
6. योजना के क्या लाभ हैं?
- यह योजना किसानों को अपनी मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति को समझने में मदद करती है।
- यह योजना किसानों को उचित उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए सिफारिशें प्रदान करती है।
- यह योजना मिट्टी की उर्वरता में सुधार करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद करती है।
- यह योजना किसानों को उर्वरकों पर खर्च कम करने में मदद करती है।
7. योजना की कुछ चुनौतियां क्या हैं?
- योजना के बारे में जागरूकता की कमी।
- मिट्टी के नमूने का संग्रह और परीक्षण में देरी।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड में सिफारिशों को समझने में किसानों की कठिनाई।
8. योजना के बारे में अधिक जानकारी कहां से प्राप्त करें?
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
- योजना के लिए पंजीकरण कैसे करें: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
- योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए संपर्क: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]
9. योजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- योजना 2015 में शुरू की गई थी।
- योजना का उद्देश्य 2022 तक सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करना है।
- योजना के तहत अब तक 12 करोड़ से अधिक मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए जा चुके हैं।
10. योजना का किसानों पर क्या प्रभाव पड़ा है?
- योजना ने किसानों को अपनी मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति को समझने में मदद की है।
- योजना ने किसानों को उचित उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए सिफारिशें प्रदान की हैं।
- योजना ने मिट्टी की उर्वरता में सुधार और कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद की है।
- योजना ने किसानों को उर्वरकों पर खर्च कम करने में मदद की है.
**मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना किसानों को अपनी मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति को समझने और उचित उर्वरक और पोषक तत्व प्रबंध