|Nipun Bharat Mission| निपुण भारत मिशन 2024: Pdf व सभी जानकारी

Nipun Bharat Mission Apply Online | निपुण भारत मिशन ऑनलाइन आवेदन | Nipun Bharat Mission Online Registration | निपुण भारत मिशन का कार्यान्वयन तथा उद्देश्य | Overviews of Nipun Bharat Mission | निपुण भारत मिशन के लाभ, विशेषताएं तथा पात्रता |

हमारे देश की सरकार समय समय पर नागरिकों की शिक्षा के विकास के लिए अनेकों प्रकार की योजनाएं लागू करती रहती है | हाल ही में भारत सरकार द्वारा विद्यार्थियों के लिए शिक्षा से जुड़ा एक मिशन लागू किया गया है | जिसका नाम निपुण भारत मिशन है | इस मिशन के अंतर्गत छात्र छात्राओं की साक्षरता तथा संख्यात्मकता को मजबूत बनाया जाएगा |

हम आपको Nipun Bharat Mission के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे | इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? इसके लाभ,विशेषताएं, पात्रता तथा मुख्य बिंदु क्या है? इसकी कार्यान्वयन की प्रक्रिया की जानकारी तथा इसके लिए जरूरी दस्तावेज क्या है– जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें |

Nipun Bharat Mission

इस मिशन द्वारा सरकार प्री- नर्सरी या प्राइमरी स्कूल वाले छोटे बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत बनाना चाहती है | इसके अंतर्गत 3 से 9 साल के बच्चे आएंगे | निपुण भारत मिशन के तहत विद्यार्थियों को साक्षरता तथा संख्यात्मकता प्रदान करना है | जिससे पढ़ने लिखने तथा अंकगणित करने की क्षमता में वृद्धि हो, तथा बच्चों की आगे तक की शिक्षा बेहतर हो सके | 

5 जुलाई 2021 को Nipun Bharat Mission लागू किया गया | नर्सरी से 3rd क्लास तक बच्चों के लिए यह मिशन लागू किया गया है | बच्चों का बेस मजबूत करने तथा उनको अच्छी शिक्षा प्रदान कराने के लिए यह सरकार का एक बहुत बड़ा कदम है | शिक्षा पर देश का विकास निर्भर करता है इसलिए इससे देश के विकास में भी क्रांति आएगी | 

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|Nipun Bharat Mission| निपुण भारत मिशन 2023: Pdf व सभी जानकारी

Overviews of Nipun Bharat Mission

निपुण भारत मिशन के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:-

मिशन का नामनिपुण भारत मिशन
निपुण भारत मिशन का पूरा नामनेशनल इनीशिएटिव चार प्रोफिशिएंसी इन विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमैरेसी
किसके द्वारा आरंभ की गईभारत सरकार द्वारा
आरंभ तिथि5 जुलाई सन 2021
शुरुआत हुईशिक्षा मंत्री कार्यालय द्वारा
विभागस्कूल / शिक्षा विभाग
उद्देश्य बच्चों की बुनियादी शिक्षा को बेहतर बनाया जा सके तथा उन्हें साक्षरता,संख्यात्मकता और अंकगणित करने में आसानी हो
लाभबच्चों की शिक्षा में वृद्धि होगी जिससे आने वाले समय में समस्याओं का सामना न करना पड़े
लाभार्थीप्री नर्सरी से तीसरी कक्षा के छात्र
योग्यता3 से 9 साल के बच्चों के लिए
श्रेणीभारत सरकार योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइटअभी लागू नहीं की गई

निपुण भारत मिशन के उद्देश्य

भारत सरकार का इस मिशन से उद्देश्य बच्चों के लिए बुनियादी शिक्षा को बेहतर और मजबूत बनाना है | Nipun Bharat Mission के द्वारा बच्चों को साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान होगी तथा इससे बच्चों को अंकगणित करने में भी आसानी होगी | सन 2026-27 तक बच्चों पर ध्यान दिया जाएगा कि तीसरी कक्षा तक अंकगणित आ जानी चाहिए |

इस मिशन की शुरुआत नई शिक्षा नीति के द्वारा की गई | इससे बच्चे माप, आकार, संख्या तथा क्षेत्र को समझने में सक्षम होंगे | इसके अंतर्गत 3 से 9 साल के बच्चे होंगे | बच्चों प्रारंभिक शिक्षा मजबूत न हो तो आगे पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ता है इन कारणों को देखते हुए भारत सरकार ने निपुण भारत मिशन की शुरुआत की |

निपुण भारत मिशन की लॉन्च डेट तथा फुल फॉर्म

निपुण भारत मिशन की शुरुआत 5 जुलाई सन 2021 को केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्री कार्यालय द्वारा की गई है | Nipun Bharat Mission की फुल फॉर्म ( National Initiative For Proficiency in with Understanding and Numeracy )  है | भारत सरकार द्वारा लागू इस मिशन से शिक्षा क्षेत्र में विकास तथा देश में वृद्धि होगी | इस मिशन से बच्चों की बुनियादी शिक्षा मजबूत होगी |

आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता

आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता छात्रों की वह कौशल रणनीति होती है जिसके द्वारा छात्र पढ़ने, लिखने, बोलने और व्याख्या करने में सक्षम होते हैं | इसके द्वारा छात्रों की शिक्षा से संबंधित रोजाना की संख्यात्मक समस्याएं हल होंगी | छात्रों को आगे की पढ़ाई में आसानी होगी | इसके द्वारा छात्र छात्राओं का शारीरिक व मानसिक विकास होगा |

संख्यात्मक तथा आधारभूत साक्षरता के प्रकार

संख्यात्मक तथा आधारभूत साक्षरता के प्रकार निम्नलिखित है:-

क्रम संख्यासंख्यात्मकआधारभूत साक्षरता
  1पूर्व संख्या अवधारणाएंमौखिक पठान प्रवाह
  2मापनलेखन शब्दावली
  3पैटर्नप्रिंट के बारे में अवधारणा
  4नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबरडिकोडिंग
  5डाटा मॉडलिंगकल्चर ऑफ रीडिंग

निपुण भारत मिशन के भाग

निपुण भारत मिशन को 17 भागों में बांटा गया है जो निम्नलिखित हैं:-

  • परिचय
  • मूलभूत संख्यात्मकता और गणित कौशल
  • मूलभूत भाषा तथा साक्षरता को समझना
  • लर्निंग एसेसमेंट
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया: शिक्षक की भूमिका
  • योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
  • स्कूल की तैयारी
  • मिशन की सामरिक योजना
  • शिक्षा और सीखना: बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान 
  • मिशन में विभिन्न हितग्राहियों की भूमिका
  • SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
  • दीक्षा का लाभ उठाना,डिजिटल संसाधनों का भंडार
  • निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
  • मिशन की स्थिरता
  • माता पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
  • अनुसंधान मूल्यांकन एवं दस्तावेज करण की आवश्यकता 

निपुण भारत मिशन में शब्द प्रति मिनट का लक्ष्य

इस मिशन के तहत कक्षा 3 तक के बच्चों को पढ़ने, लिखने तथा संख्याओं का ज्ञान करने में ग्रेड स्तर के योग्य बनाया जाएगा | Nipun Bharat Mission  के अंतर्गत कक्षा 1 के बच्चों को छोटे वाक्य सिखाए जाएंगे | कक्षा 2 के बच्चों 45 शब्द प्रति मिनट तथा कक्षा 3 के बच्चों को 60-65 शब्द प्रति मिनट पढ़ने का लक्ष्य रखा गया है | 

नर्सरी क्लास के बच्चों को 10 तक अंको की पहचान होनी चाहिए | कक्षा 1 में 99 अंकों की पहचान, कक्षा 2 में 999 तक अंकों की पहचान तथा कक्षा 3 में 9999 तक अंको की पहचान होनी चाहिए तथा यह अंक पढ़ने के साथ-साथ बच्चों को लिखने भी आने चाहिए |

देश पर विकासशील प्रभाव

राज्य शिक्षा मंत्री धोत्रे ने बताया कि अच्छी शिक्षा विकासशील देश के निर्माण का आधार है | इसका मुख्य घटक साक्षरता और संख्यात्मक कौशल में मूलभूत शिक्षा है | आने वाले समय में निपुण भारत मिशन शिक्षा द्वारा हमारे स्कूलों का दृष्टिकोण (view) बदल देगा और भारत पर एक गहरा प्रभाव डालेगा | इसके माध्यम से छात्र विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे |

निपुण भारत मिशन कार्यान्वयन

इस योजना के कार्यान्वयन हेतु समग्र शिक्षा के तहत राज्य को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी | राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा योजनाएं बनाई जाएंगी जिससे 2026-27 तक बच्चों को मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता सिखाने में कारगर साबित होंगे | राष्ट्रीय, राज्य तथा जिला स्तर पर आईटी आधारित संस्थानों द्वारा Nipun Bharat Mission  की गतिविधियों की देखभाल की जाएगी |

इसके अलावा क्षेत्र स्तर पर बच्चों की निगरानी की जाएगी | इस मिशन के अंतर्गत प्रस्तावित ढांचे को दो प्रकार में विभाजित किया गया है | निपुण भारत मिशन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए राज्य स्तर पर अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए है | इन लक्ष्यों की नोडल विभाग द्वारा निगरानी की जाएगी |

 निपुण भारत के लाभ

निपुण भारत के लाभ निम्नलिखित हैं:-

  • निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों की बुनियादी शिक्षा मजबूत की जाएगी तथा बच्चों को पढ़ने, लिखने तथा संख्याओं के ज्ञान में सक्षम बनाया जाएगा |
  • बच्चों को साक्षरता तथा गणित का ज्ञान दिया जाएगा जिससे उन्हें आने वाले समय में पढ़ाई से संबंधित समस्याओं का सामना न करना पड़े |
  • इसके अलावा बच्चों को मापना, आकार तथा क्षेत्र संबंधित ज्ञान भी दिया जाएगा |
  • प्री नर्सरी से कक्षा 3 के छात्रों को ही इस मिशन के तहत शिक्षा का लाभ प्रदान किया जाएगा |
  • तथा 3 से 9 साल के बच्चों को भी Nipun Bharat Mission के तहत शिक्षा का लाभ दिया जाएगा |
  • आने वाले समय में यह मिशन हमारे देश के स्कूलों का दृष्टिकोण बदल देगा तथा हमारे देश के विकास पर इसका गहरा असर होगा |
  • 2026-27 तक शिक्षक इस मिशन के द्वारा बच्चों को साक्षरता तथा संख्यात्मक ज्ञान देने में सक्षम होंगे  |
  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देश के विकासशील निर्माण का आधार है इसका मुख्य घटक साक्षरता और संख्यात्मक कौशल में मूलभूत शिक्षा है |

 निपुण भारत की विशेषताएं

 निपुण भारत की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-

  • निपुण भारत मिशन 5 जुलाई 2021 को लागू किया गया |
  • राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर तथा जिला स्तर पर आधारित संस्थानों द्वारा निपुण भारत मिशन की देखभाल की जाएगी |
  • इस मिशन के तहत बच्चों को शिक्षा प्रदान करने पर बच्चों की शिक्षा में वृद्धि होगी तथा उनका शिक्षा की और प्रोत्साहन बढ़ेगा |
  • इसके अलावा बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने हेतु देश में अत्यधिक विकास होगा |
  • निपुण भारत मिशन योजना के अंतर्गत केवल प्री नर्सरी से कक्षा 3 तक के छात्रों तथा 3 से 9 साल तक के बच्चों को ही शिक्षा प्रदान की जाएगी |
  • Nipun Bharat Mission के तहत बच्चों को साक्षरता तथा संख्यात्मकता और अंकगणित करने में आसानी होगी |
  • इस योजना के अंतर्गत कक्षा 1 के बच्चों को छोटे वाक्य सिखाए जाएंगे तथा कक्षा 2 के बच्चों को 45 शब्द और कक्षा 3 के बच्चों को 60 शब्द प्रति मिनट पढ़ने, लिखने तथा बोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है |
  • इसके अलावा नर्सरी क्लास के बच्चों को 10 अंक, कक्षा 1 के बच्चों को 99 अंक, कक्षा 2 के बच्चों को 999 अंक तथा कक्षा 3 के बच्चों को 9999 अंक पढ़ने तथा लिखने आने चाहिए |

आवेदन की प्रक्रिया


सरकार द्वारा अभी केवल निपुण भारत मिशन की घोषणा की गई है | अभी इसकी आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं की गई | कुछ समय पश्चात जैसे ही इसकी आधिकारिक वेबसाइट सरकार द्वारा लांच की जाएगी तो आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जल्द ही सूचित कर दिया जाएगा | तत्पश्चात आवेदक इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं |

निपुण भारत मिशन: शीर्ष 10 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. निपुण भारत मिशन क्या है?

NIPUN भारत मिशन (समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल) 2021 में शिक्षा मंत्रालय (MoE) द्वारा शुरू किया गया एक प्रमुख मिशन है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बुनियादी स्तर के सभी बच्चे (आयु वर्ग 3-9 वर्ष) 2025 तक मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्राप्त करना।

2. मिशन के प्रमुख उद्देश्य क्या हैं?

  • यह सुनिश्चित करना कि 2025 तक 3-9 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों में मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल विकसित हो।
  • बुनियादी स्तर पर काम करने वाले सभी शिक्षकों और शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करना।
  • मूलभूत स्तर की शिक्षा के लिए प्रभावी शिक्षण-अधिगम सामग्री और शिक्षाशास्त्र का विकास और उपयोग करना।
  • मिशन लक्ष्यों की दिशा में प्रगति की प्रभावी निगरानी और ट्रैकिंग सुनिश्चित करना।

3. मिशन के कार्यान्वयन में कौन शामिल है?

  • शिक्षा मंत्रालय (एमओई) राष्ट्रीय स्तर पर मिशन का नेतृत्व करता है।
  • राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्तर पर मिशन को लागू करने के लिए राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) जिम्मेदार हैं।
  • स्कूल, शिक्षक, माता-पिता और समुदाय मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

4. मिशन के तहत क्या रणनीतियाँ अपनाई गई हैं?

  • शिक्षक प्रशिक्षण: बुनियादी स्तर की शिक्षा के लिए प्रभावी शिक्षाशास्त्र पर व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • शिक्षण-शिक्षण सामग्री का विकास: नवीनतम अनुसंधान और शैक्षणिक प्रथाओं के आधार पर आयु-उपयुक्त और आकर्षक शिक्षण सामग्री बनाना।
  • निगरानी और मूल्यांकन: समय-समय पर आकलन और मूल्यांकन के माध्यम से मिशन के लक्ष्यों की दिशा में प्रगति की नियमित निगरानी करना।
  • सामुदायिक सहभागिता: घर पर बच्चों की शिक्षा में सहायता के लिए माता-पिता और समुदायों को शामिल करना।

5. मिशन से अपेक्षित लाभ क्या हैं?

  • बुनियादी स्तर पर बच्चों के लिए सीखने के परिणामों में सुधार।
  • सीखने के अंतराल को कम किया गया और शिक्षा में समानता में सुधार किया गया।
  • स्कूल पूरा करने की दर में वृद्धि और उच्च शिक्षा की ओर संक्रमण।
  • बच्चों में आलोचनात्मक सोच और समस्या सुलझाने के कौशल का विकास।

6. मैं निपुण भारत मिशन के बारे में और अधिक कैसे जान सकता हूँ?

  • आप शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं: [शिक्षा मंत्रालय (भारत) ON शिक्षा मंत्रालय (.gov.in) शिक्षा मंत्रालय (भारत)]
  • आप अपने राज्य शिक्षा विभाग या स्थानीय स्कूलों की वेबसाइटों पर भी जानकारी खोज सकते हैं।

7. मिशन को लागू करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा?

  • शिक्षक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण
  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षण-अधिगम सामग्री की उपलब्धता
  • निगरानी और मूल्यांकन तंत्र
  • माता-पिता और समुदायों को शामिल करना

8. मैं निपुण भारत मिशन में कैसे योगदान दे सकता हूं?

  • अपने समुदाय में मिशन के बारे में जागरूकता बढ़ाएँ।
  • स्कूलों और शिक्षकों का समर्थन करने के लिए अपना समय स्वेच्छा से दें।
  • एक प्रेरक और सहायक सीखने का माहौल बनाकर घर पर अपने बच्चे की सीखने में सहायता करें।

9. मिशन के हालिया घटनाक्रम क्या हैं?

  • शिक्षक प्रशिक्षण एवं शिक्षण सामग्री की गुणवत्ता में सुधार हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
  • कई राज्यों ने मिशन को सफलतापूर्वक लागू किया है और महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है।
  • मिशन की प्रभावशीलता का आकलन करने और आवश्यक समायोजन करने के लिए नियमित रूप से इसकी निगरानी की जा रही है।

10. निपुण भारत मिशन का भविष्य क्या है?

इस मिशन के 2025 से आगे भी जारी रहने की उम्मीद है, जिसका अंतिम लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत में हर बच्चे के पास साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान की मजबूत नींव हो। फोकस इस पर होगा:-

  • कार्यक्रम को कायम रखना और इसकी निरंतर सफलता सुनिश्चित करना।
  • लक्ष्य समूह के सभी बच्चों तक पहुँचने के लिए मिशन को बढ़ाना।
  • साक्ष्यों और सर्वोत्तम प्रथाओं के आधार पर मिशन की रणनीतियों में लगातार नवाचार और सुधार करना।

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