UP Bal Shramik Vidya Yojana Apply Online | बाल श्रमिक विद्या योजना ऑनलाइन आवेदन | Bal Shramik Vidya Yojana Online Registration | उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना की संपूर्ण जानकारी, लाभ, उद्देश्य तथा पात्रता |
मुख्यमंत्री जी द्वारा यह योजना अनाथ और मजदूर बालक बालिकाओ के लिए आरंभ की गई है | मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के अंतर्गत अनाथ, मजदूर तथा बेसहारा बालक-बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त करने हेतु अनुदान प्रदान किया जाएगा | जिसके द्वारा बच्चों का जीवन सरल होगा | प्रतिमाह छात्रों को ₹1000 तथा छात्राओं को 1200 रुपयों की सहायता प्रदान की जाएगी |
हम आपको इस योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे | इसके लिए ऑनलाइन आवेदन व पंजीकरण कैसे करें? इसके लाभ, पात्रता, मुख्य बिंदु तथा विशेषताएं क्या है? इसके लिए इन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी? यदि आप UP Bal Shramik Vidya Yojana से लाभ प्राप्त करना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें |
Mukhyamantri Bal Shramik Vidya Yojana
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा बाल श्रमिक विद्या योजना लागू की गई | इसके अंतर्गत अनाथ, मजदूर, दिव्यांग तथा बेसहारा छात्र-छात्राओं को सरकार की ओर से सहायता प्रदान की जाएगी | बच्चों के माता या पिता में से कोई एक नहीं है या बीमार है तब भी सहायता मिलेगी | जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहन मिलेगा तथा उनका भविष्य सुधरेगा |
छात्रों को प्रतिमाह ₹1000 तथा छात्राओं को 1200 रुपए दिए जाएंगे | Bal Shramik Vidya Yojana के अंतर्गत राज्य-सरकार की ओर से आठवीं, नवी, दसवीं कक्षा के छात्रों को ₹6000 प्रतिवर्ष दिए जाएंगे | इस प्रकार बच्चे सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनेंगे | छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने पर भविष्य में बेरोजगारी जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा |
![|UP| मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना: ऑनलाइन आवेदन, लाभ व पात्रता](https://pmkisanyojanalist.in/wp-content/uploads/2022/09/Bal-Shramik-Vidya-Yojana-1.jpg)
बाल श्रमिक विद्या योजना के मुख्य बिंदु
इस योजना के कुछ मुख्य बिंदु नीचे दिए गए हैं:-
योजना का नाम | (यूपी) मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना |
किसके द्वारा आरंभ हुई | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा |
आरंभ तिथि | 12 जून 2020 |
कब लागू की गई | श्रमिक निषेध दिवस को |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
उद्देश्य | श्रमिक बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाना तथा उन्हें शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना | |
लाभार्थी | अनाथ, मजदूर, बेसहारा तथा दिव्यांग छात्र |
लाभार्थी बच्चों की आयु | 8 से 18 वर्ष आयु |
लाभ | बेरोजगारी की दर में कमी तथा देश का विकास |
योग्यता | उत्तर प्रदेश के छात्र-छात्राएं |
श्रेणी | उत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं |
छात्रों को मिलने वाला लाभ | छात्रों को ₹1000 प्रति माह तथा छात्राओं को 1200 रुपए प्रतिमाह |
अतिरिक्त लाभ | आठवीं, नौवीं, दसवीं के छात्रों को ₹6000 प्रति वर्ष सब्सिडी दी जाएगी | |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी लागू नहीं की गई |
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के उद्देश्य
कुछ बच्चे परिवार चलाने हेतु मजदूरी करते हैं वे आय में कमी के कारण पढ़ नहीं पाते | इसलिए बच्चों को शिक्षित बनाने हेतु बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत हुई | इसके अंतर्गत गंभीर रूप से बीमार माता-पिता के बच्चे, श्रमिक, दिव्यांग तथा बेसहारा अनाथ बच्चों को शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी |
सरकार छात्रों का भविष्य उज्जवल बनाने तथा देश में बेरोजगारी को कम करने हेतु छात्रों को शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करेगी | Bal Shramik Vidya Yojana के तहत प्रतिमाह छात्रों को ₹1000 तथा छात्राओं को 1200 रुपए मिलेंगे | आठवीं, नौवीं, दसवीं के छात्रों को ₹6000 प्रतिवर्ष दिए जाएंगे | इससे अनाथ तथा श्रमिक बच्चों का शिक्षा प्राप्त करने का सपना पूरा हो सकेगा |
राशि वितरण हेतु जानकारी
मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के अंतर्गत पहले 2000 बच्चों को सहायता प्रदान करने का प्लान बनाया गया है | उत्तर प्रदेश राज्य के 10 जिलों में इसी प्रकार राशि वितरित होगी | इस योजना के अंतर्गत श्रम करने वाले छात्र, अनाथ विकलांग तथा श्रमिक माता पिता के बच्चे शामिल होंगे | इसके तहत छात्र-छात्राओं की आयु 8 से 18 वर्ष होनी चाहिए |
मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के लाभ
इस योजना के लाभ से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित हैं:-
- इस योजना का लाभ गरीब बेसहारा, गंभीर रूप से बीमार तथा श्रमिक माता-पिता के बच्चों को दिया जाएगा | इस प्रकार छात्र-छात्राओं के जीवन स्तर के स्तर में सुधार आएगा |
- UP Bal Shramik Vidya Yojana द्वारा श्रमिक बालकों के विरोध में 2000 बच्चों को पहले चरण में अनुदान प्रदान किया जाएगा |
- छात्रों को ₹1000 तथा छात्राओं को ₹1200 प्रतिमाह दिए जाएंगे | जिससे छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में सहायता मिलेगी |
- आठवीं दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को ₹6000 प्रति वर्ष अनुदान दिया जाएगा जिससे छात्रों का शिक्षा की और प्रोत्साहन बढ़ेगा |
- सरकार की ओर से अनाथ, विकलांग तथा श्रमिक छात्रों को राशि वितरित की जाएगी |
- राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ केवल 8-18 वर्ष के छात्र छात्राओं को ही दिया जाएगा |
- सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से देश के गरीब तथा पिछड़े वर्ग के बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा तथा आने वाले समय में उन्हें रोजगार संबंधित समस्या नहीं होगी |
- बच्चों को देश का भविष्य कहा जाता है इस तरह बेरोजगारी की दर को कम करके देश में विकास होगा |
- इस योजना का लाभ छात्र-छात्राएं ऑनलाइन आवेदन करके प्राप्त कर सकते हैं |
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना की विशेषताएं
इस योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं नीचे दी गई है:-
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा UP Bal Shramik Vidya Yojana का आरंभ श्रमिक निषेध दिवस पर किया गया |
- यह योजना राज्य सरकार द्वारा 15 जून 2020 को लागू की गई |
- छात्र छात्राओं की पहचान करके उनके परिवारों का पूरा पता लगाकर ही बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा ताकि सरकार द्वारा दिया गया लाभ हकदार तक पहुंच सके |
- इनकी पहचान श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण ग्राम पंचायतों, स्थानीय निकाय तथा विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा किया जाएगा |
- प्रत्येक लाभार्थी की चयन मंजूरी होने पर इसे e-tracking सिस्टम पर डाउनलोड किया जाएगा |
- लाइलाज बीमारी से पीड़ित माता-पिता की संतान इस योजना का लाभ देने हेतु प्राथमिकता दी जाएगी |
- बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत पीड़ित व्यक्ति का मेडिकल ऑफिसर द्वारा दिया गया मेडिकल सर्टिफिकेट देना होगा |
- महिला प्रमुख परिवारों तथा ऐसे परिवारों को जिनके पास आवास स्थान नहीं है उनको भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा |
- ऐसे परिवारों के लिए 2011 की जनगणना की सूची को देखा जाएगा |
बाल श्रमिक विद्या योजना हेतु पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा जो पात्रता रखी गई है वह निम्नलिखित है:-
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी हो
- आवेदक की आयु 8 से 18 वर्ष के बीच हो
- आवेदक छात्र होना चाहिए
आवश्यक दस्तावेज
यदि आप इस योजना से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:-
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
इस योजना की अभी केवल राज्य सरकार द्वारा घोषणा की गई है | इसकी आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं हुई | यदि आप मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना द्वारा लाभान्वित होना चाहते हैं तो आपको अभी थोड़ा इंतजार करना होगा | जैसे ही सरकार द्वारा इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की जाती है तो आपको तुरंत इस आर्टिकल के माध्यम से सूचित कर दिया जाएगा |
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है?
मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना भारत में बाल श्रमिकों को शिक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन बच्चों की शिक्षा तक पहुंच हो और उन्हें कम उम्र में काम करने के लिए मजबूर न किया जाए।
2. योजना के लिए कौन पात्र है?
बाल श्रम में लगे 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चे मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए पात्र हैं।
3. योजना क्या लाभ प्रदान करती है?
इस योजना के तहत पात्र बच्चों को मुफ्त शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पोषण और स्वास्थ्य देखभाल सहायता प्राप्त होगी। इसका उद्देश्य उन्हें शिक्षा और विकास के लिए समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना है।
4. कोई इस योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकता है?
बाल श्रमिकों के माता-पिता या अभिभावक अपने क्षेत्र में नामित सरकारी कार्यालयों के माध्यम से मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें बाल श्रम का प्रमाण और अन्य आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे।
5. क्या कोई वित्तीय सहायता प्रदान की गई है?
हां, मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत बाल श्रमिकों के परिवारों को उनकी शिक्षा और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। राशि बच्चे की विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर भिन्न होती है।
6. क्या चयन के लिए कोई विशिष्ट मानदंड हैं?
योजना के लिए चयन मानदंड परिवार की आर्थिक स्थिति, बच्चे की उम्र और बाल श्रम की गंभीरता पर आधारित हैं। हाशिये पर पड़े और वंचित समुदायों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है।
7. बच्चों की प्रगति की निगरानी कैसे की जाती है?
मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना में नामांकित बच्चों की प्रगति की सरकारी अधिकारियों और शिक्षकों द्वारा नियमित रूप से निगरानी की जाती है। वे यह सुनिश्चित करने के लिए मूल्यांकन और मूल्यांकन करते हैं कि बच्चे शैक्षणिक और सामाजिक रूप से प्रगति कर रहे हैं।
8. क्या योजना की कोई सफलता की कहानियाँ हैं?
हाँ, मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना से लाभान्वित होने वाले बच्चों की सफलता की कई कहानियाँ हैं। इनमें से कई बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आगे बढ़े हैं और अपने परिवारों में गरीबी के चक्र को तोड़ते हुए सफल करियर बनाया है।
9. व्यक्ति इस योजना का समर्थन कैसे कर सकते हैं?
व्यक्ति शिक्षा केंद्रों पर स्वयंसेवा करके, संसाधन दान करके या योजना के बारे में जागरूकता फैलाकर मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना का समर्थन कर सकते हैं। उनका समर्थन बाल श्रमिकों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
10. योजना का भविष्य का दृष्टिकोण क्या है?
सरकार देश भर में अधिक से अधिक बाल श्रमिकों तक पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना का विस्तार और सुदृढ़ीकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य इन बच्चों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सहायता प्रदान करना है।
अंत में, मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य बाल श्रम के मुद्दे को संबोधित करना और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देना है। इन बच्चों के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करके, यह योजना एक अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज की नींव रख रही है।